अवैध कब्जा कैसे हटाए - कब्जा हटवाने के तरीके

 अवैध कब्जा कैसे हटाए - कब्जा हटवाने के तरीके, कानूनी धारा और नियम

​भारत में प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जा (illegal Possession) एक बड़ी समस्या है, जिस कारण कई लोग अपनी ही जमीन से बेदखल हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आज भी बहुत से लोगों को प्रॉपर्टी के कानूनों और अपने अधिकारों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। अगर आपकी निजी जमीन या प्रॉपर्टी पर किसी ने कब्जा कर लिया है और आप सोच रहे हैं कि इसे हटाने के नियम क्या हैं तो यह लेख आपके लिए है। ऐसे मामलों में कब्जा हटाने के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है, तो कई बार प्रशासनिक मदद से भी समाधान निकाला जा सकता है। आज के इस लेख में हम आपको इस विषय से जुड़ी सभी उपयोगी जानकारी देंगे कि, अवैध कब्जा क्या होता है? निजी या सरकारी जमीन से अवैध कब्जा कैसे हटाए? अवैध कब्जा हटवाने के तरीके, कानूनी धारा, नियम और उपाय?


अगर आपके पास कोई जमीन, मकान, दुकान या प्लॉट है, चाहे वह अभी खाली पड़ा हो या उसमें कोई रह रहा हो, तो आपको इस अपराध के बारे में जानना बहुत जरूरी है। कई लोग सोचते हैं कि अगर उनकी संपत्ति के कागजात सही हैं, तो कोई उस पर कब्जा नहीं कर सकता। लेकिन सच्चाई यह है कि अवैध कब्जा करने वाले अक्सर नकली दस्तावेज बनाकर, राजनीतिक दबाव डालकर या प्रशासन की लापरवाही का फायदा उठाकर किसी भी संपत्ति पर हक जताने लगते हैं।


विषयसूची


    अवैध कब्जा क्या होता है?

    निजी जमीन से अवैध कब्जा कैसे हटाए - कानूनी प्रक्रिया

    अवैध कब्जे और प्रतिकूल कब्जे के बीच में क्या अंतर होता है?

    प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जे के मुख्य कारण क्या है?

    अवैध कब्जे पर लगने वाली कानूनी धाराएं और नियम

    जमीन पर अपना मालिकाना हक कैसे साबित करें?

    सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा होने पर क्या करें?

    सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए शिकायत कहाँ करे?

    किराएदार द्वारा अवैध कब्जा करने पर की जाने वाली कानूनी कार्यवाही

    जमीन पर अवैध कब्जे के मामलों में कोर्ट में केस कैसे करें?

    बिना कोर्ट जाए अवैध कब्जा हटाने के तरीके

    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल




अवैध कब्जा क्या होता है?


जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति (जमीन, मकान, प्लाट, दुकान आदि) पर बिना किसी कानूनी अधिकार के जबरदस्ती (Forcefully) रहने लगता है या उस जगह को अपने काम के लिए इस्तेमाल करने लगता है तो इसे अवैध कब्जा (Illegal Possession) कहा जाता है।



अवैध कब्जे और प्रतिकूल कब्जे के बीच में क्या अंतर होता है?


    अवैध कब्जा: जब कोई व्यक्ति किसी संपत्ति पर बिना किसी कानूनी अधिकार के, जबरदस्ती कब्जा कर लेता है, तो उसे अवैध कब्जा कहा जाता है।

    प्रतिकूल कब्जा (Adverse Possession): प्रतिकूल कब्जे में अगर कोई व्यक्ति किसी संपत्ति पर लगातार 12 साल (निजी जमीन) या 30 साल (सरकारी जमीन) तक कब्जा रखता है, और संपत्ति का मालिक इस दौरान कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करता है, तो कब्जा करने वाला व्यक्ति उस संपत्ति का कानूनी मालिक बन सकता है। इसमें कुछ शर्ते होती है जैसे की कब्ज़ा सबके सामने होना चाहिए, और बिना किसी रोक टोक के होना चाहिए।




प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जे के मुख्य कारण क्या है?


किसी भी संपत्ति पर अवैध कब्जे के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:


1. मालिक की लापरवाही:


कई बार प्रॉपर्टी का असली मालिक किसी दूसरी जगह रहता है या अपनी संपत्ति (Property) की ठीक से देखभाल नहीं करता। ऐसे में दूसरों को उस पर कब्जा करने का मौका मिल जाता है।


2. किराएदार द्वारा कब्जा:


कई बार कुछ किराएदार (Tenant) मकान मालिक (Land Lord) की संपत्ति पर अपना अधिकार जताने लगते हैं। वे किराया (Rent) देना बंद कर देते हैं और संपत्ति खाली करने से मना कर देते है, जो अवैध कब्जे का कारण बनता है।


3. सरकारी संपत्तियों पर कब्जा:


कई लोग सरकारी जमीन या सार्वजनिक जगहों (Public places) पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर भी अवैध कब्जा कर लेते हैं।


4. फर्जी दस्तावेज़ तैयार करना:


कुछ लोग धोखे से जाली और फर्जी दस्तावेज (Fake Documents) तैयार कर लेते हैं। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करके वे किसी और व्यक्ति की संपत्ति पर अपना हक जताने लगते हैं।


5. प्रॉपर्टी विवाद:


जब परिवार के सदस्यों के बीच संपत्ति के बंटवारे को लेकर झगड़े (Disputes) होते है, तो उनमें से कुछ लोग अवैध तरीके से प्रोपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश करते हैं।


6. भू-माफिया:


भू-माफिया (Land Mafia) कई लोगों का एक ऐसा समूह (Group) होता है, जो गैरकानूनी तरीके से जमीनों पर कब्जा करता है। वे अक्सर खाली पड़ी जमीनों या विवादित संपत्तियों (Disputed Properties) को निशाना बनाते हैं। भू-माफिया डरा-धमका कर या फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों की जमीनों पर कब्जा करते हैं।



अवैध कब्जे पर लगने वाली कानूनी धाराएं और नियम


अवैध कब्जा एक गंभीर समस्या है, जिसे रोकने के लिए कई कानूनी प्रावधान (Legal Provision) बनाए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे की जमीन पर जबरदस्ती, धोखे से, या बिना कानूनी अधिकार के कब्जा कर लेता है, तो जमीन का असली मालिक इन कानूनों की सहायता से न्याय (Justice) पा सकता है।  


भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएँ


    धारा 329: ​निजी जमीन पर कब्जा करने के मामले में, भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 329 लागू होती है। इस धारा के तहत अगर कोई व्यक्ति बिना अनुमति (Permission) के किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति में घुस जाता है या उस पर जबरदस्ती कब्जा कर लेता है, तो यह आपराधिक अतिक्रमण (Criminal Trespass) माना जाता है। इसके लिए 1 साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

    धारा 351: अगर अवैध कब्जा करने वाला व्यक्ति धमकी (Threat) देता है या हिंसा (Violence) का डर दिखाता है, तो आपराधिक धमकी (Criminal Intimidation) का मामला बन सकता है, जिसकी सजा 2 से 7 साल की जेल हो सकती है।

    धारा 324: यदि कोई व्यक्ति संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर कब्जा करता है, तो इसे आपराधिक नुकसान (Mischief) माना जाता है।


 


भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धाराएँ


    धारा 164: यदि किसी संपत्ति पर विवाद है और झगड़े की संभावना है, तो पुलिस मजिस्ट्रेट की सहायता से कब्जा करने वाले को उस जगह से हट जाने का आदेश दे सकती है।

    धारा 165: यदि विवाद अधिक गंभीर है, तो अदालत संपत्ति को सील (Seal) कर सकती है या सरकार के कब्जे में रख सकती है, जब तक कि असली मालिक का फैसला न हो जाए।


 


विशेष राहत अधिनियम, 1963 की धारा 5 और 6


    धारा 5:  यदि किसी संपत्ति के मालिक को अवैध रूप से बेदखल (Evict) किया गया है, तो वह इस कानून की धारा 5 के तहत अदालत में दावा कर सकता है और न्यायालय उसे संपत्ति लौटाने का आदेश दे सकती है।

    धारा 6:  यदि किसी व्यक्ति को उसकी संपत्ति से जबरदस्ती निकाला गया है, तो वह अपना मालिकाना हक साबित किए बिना भी अदालत से कब्जा वापस दिलाने की मांग कर सकता है।




जमीन पर अपना मालिकाना हक कैसे साबित करें?


अगर आपकी जमीन पर कोई और कब्जा करने की कोशिश कर रहा है या आप अपनी जमीन का मालिकाना हक (Ownership Rights) साबित करना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों और कानूनी प्रक्रिया के बारे में जानना होगा।


जरूरी कागजात इकट्ठा करें?


अपनी जमीन पर मालिकाना हक साबित करने के लिए आपके पास कुछ जरूरी कागजात (Documents) होने चाहिए। ये कागजात कोर्ट में भी आपकी मदद करेंगे और सरकारी रिकॉर्ड में भी आपका नाम दर्ज कराएंगे।


    रजिस्ट्री पेपर (Sale Deed)

    राजस्व रिकॉर्ड (Revenue Records/Khasra-Khatauni)

    बिजली-पानी के बिल

    संपत्ति कर (Property Tax) की रसीदें


 


सबूत इकट्ठा करें?


अगर कोई आपकी जमीन पर कब्जा कर रहा है, तो उस मामले से जुड़े फोटो और वीडियो या अन्य आवश्यक सबूत (Evidence) जरुर इकट्ठा करें।   


अगर जमीन के कागजात नहीं हैं तो क्या करें?


अगर आपके पास जमीन के पूरे दस्तावेज नहीं हैं, तो आप राजस्व विभाग (Revenue Department) से रिकॉर्ड निकलवा सकते हैं। इसके अलावा आप RTI के तहत भी अपनी जमीन के बारे में जानकारी मांग सकते हैं। अगर कुछ भी नहीं मिलता है, तो आप गवाहों (Witnesses) की मदद से भी कोर्ट में अपना दावा पेश कर सकते हैं।



निजी जमीन से अवैध कब्जा कैसे हटाए - कानूनी प्रक्रिया


अगर आपकी निजी जमीन (Private Land) पर किसी ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया है या कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, तो इसे हटाने के लिए आप इस प्रक्रिया के तहत उस व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही कर सकते है:-


1. मालिकाना हक साबित करने के लिए जरूरी दस्तावेज़


कोई भी कार्यवाही करने से पहले आपको इस बात को साबित करना होगा कि जमीन आपकी है और आप ही इसके कानूनी मालिक हैं। इसके लिए आपको अपने जमीन से जुड़े सभी जरुरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ सकती है।


आपकी जमीन पर किसी ने अवैध कब्जा कर लिया है इस बात को साबित करने के लिए जरुरी सबूत इक्ट्ठा करें जैसे फोटो, वीडियो, गवाहों के बयान आदि।


2. कानूनी नोटिस भेजना


अगर किसी ने आपकी जमीन पर कब्जा कर लिया है, तो पहले कानूनी नोटिस (Legal Notice) भेजें। इसके लिए एक वकील की मदद से अवैध कब्जा करने वाले व्यक्ति को 15 से 30 दिन के अंदर जमीन खाली करने का नोटिस भेजें। नोटिस में आपकी जमीन की जानकारी, कब्जा करने वाले व्यक्ति का नाम, और अवैध कब्जा हटाने की मांग शामिल होनी चाहिए।


3. एफआईआर दर्ज कराना


कब्जा करने वाली व्यक्ति अगर नोटिस का जवाब नहीं दे, तो आप पुलिस में शिकायत दर्ज (Complaint Register) कर सकते हैं। इसके लिए आपको पुलिस थाने में जाकर लिखित शिकायत (Written Complaint) देनी होगी और उन्हें जल्द से जल्द प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने को कहें।


4. अदालत में मुकदमा दर्ज करना


अगर पुलिस आपकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं करती या अवैध कब्जा करने वाला व्यक्ति जमीन खाली नहीं करता, तो आप न्यायालय में केस दाखिल (Case Filled) कर सकते हैं।


5. नगर निगम से शिकायत


अगर अवैध कब्जा शहरी क्षेत्र (Urban Area) में हुआ है, तो आप नगर निगम या नगर पालिका में शिकायत कर सकते हैं।

सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा होने पर क्या करें?


सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों को अतिक्रमणकारी (Encroachers) कहा जाता है। कई बार लोग सरकारी जमीन पर दुकान, मकान, झुग्गी, या खेती करने लगते हैं। इस लेख में हम सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने के कानूनी तरीके विस्तार से समझेंगे।


भारतीय न्याय संहिता के तहत कार्यवाही


सरकार ऐसे मामलों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 329 व अन्य धाराओं के तहत कार्यवाही कर सकती है।  


सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम, 1984


यदि किसी ने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण (Illegal Construction) कर लिया है, तो सरकार उसे सील कर सकती है और तोड़ भी सकती है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर 5 साल तक की सजा और भारी जुर्माना हो सकता है।


नगर निगम अधिनियम, ग्राम पंचायत अधिनियम और भूमि सुधार कानून


ग्राम पंचायतें सरपंच या तहसीलदार की मदद से अतिक्रमण हटवा सकती हैं। नगर निगम किसी भी अवैध निर्माण को गिराने के लिए नोटिस जारी कर सकता है और अतिक्रमण हटा सकता है।


सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए शिकायत कहाँ करे?


शिकायत दर्ज करें – अगर आपके पास किसी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की जानकारी है, तो आप राजस्व विभाग, नगर निगम, तहसील या DM (District Magistrate)  कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जिसके बाद प्रशासन कब्जा हटवाने की कार्यवाही करते है।

किराएदार द्वारा अवैध कब्जा करने पर की जाने वाली कानूनी कार्यवाही

कई बार ऐसा होता है कि मकान मालिक ने किराए पर दी गई प्रॉपर्टी खाली करने के लिए कहा, लेकिन किराएदार मकान खाली करने से इनकार कर देता है या उस मकान पर कब्जा कर लेता है। ऐसे मामलों में मकान मालिक को कानूनी कार्रवाई करनी पड़ती है, आइये इसे आसान भाषा में समझते है।


किराएदार को बेदखल करने की प्रक्रिया


    कानूनी नोटिस भेजें – मकान मालिक द्वारा किराएदार को 30 से 60 दिन का कानूनी नोटिस भेजना चाहिए।

    अदालत में निष्कासन याचिका दाखिल करें – अगर किराएदार मकान खाली नहीं करता, तो सिविल कोर्ट में Eviction Suit दायर करें।

    पुलिस में शिकायत करें – ऐसे मामलों में आप किराएदार के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवा सकते है।

जमीन पर अवैध कब्जे के मामलों में कोर्ट में केस कैसे करें?


अगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो आप कोर्ट में केस दायर कर सकते हैं। कोर्ट में आप दो तरह की याचिकाएं दायर कर सकते हैं


    विशिष्ट राहत अधिनियम, 1963 के तहत केस: धारा 5: अगर आपकी जमीन पर कोई कब्जा करता है,  तो इस धारा के तहत केस दर्ज करवाने के बाद कोर्ट कब्जा करने वाले को उस जगह से हटाने का आदेश दे सकता है।

    धारा 6: अगर किसी ने जबरदस्ती आपकी संपत्ति छीन ली है, तो आप बिना मालिकाना हक साबित किए भी उसे हटाने के लिए केस कर सकते हैं।

    दीवानी मुकदमा: इसमें आप कोर्ट से अनुरोध करते हैं कि जमीन आपकी है और कब्जा करने वाले को हटाया जाए। इसमें आप कोर्ट से यह भी मांग करते हैं कि कब्जा करने वाले को दोबारा कब्जा करने से रोका जाए।




बिना कोर्ट जाए अवैध कब्जा हटाने के तरीके


अगर कोई आपकी जमीन, दुकान या मकान पर अवैध कब्जा कर लेता है, तो हर बार कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होती। कई बार पुलिस, जिला प्रशासन, या सरकारी पोर्टल्स की मदद से भी कब्जा हटवाया जा सकता है।


1. पुलिस और जिला प्रशासन की मदद लेना


अगर कोई आपकी जमीन, मकान या दुकान पर जबरदस्ती कब्जा कर रहा है, तो पुलिस और प्रशासन की मदद सबसे पहला और आसान तरीका होता है। पुलिस थाने जाकर अवैध कब्जे की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।


स्थानीय SDM या DM के पास शिकायत करना


अगर पुलिस आपकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही है, तो आप अपने जिले के उप-मंडल मजिस्ट्रेट (SDM) या जिला मजिस्ट्रेट (DM) के पास शिकायत कर सकते हैं। DM/SDM अधिकारी आपकी शिकायत की जांच करवाएंगे और जरूरत पड़ने पर अवैध कब्जा हटाने के आदेश देंगे।


2. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करना


अगर स्थानीय पुलिस या प्रशासन आपकी शिकायत पर ध्यान नहीं दे रहा, तो आप मुख्यमंत्री (CM) और प्रधानमंत्री (PM) के पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।


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