section 55, 63 of ipc
55 आजीवन कारावास के दण्डादेष का लघुकरणः- जिस प्रकरण मे आजीवन कारावास का दण्ड दिया गया हो वहाॅ पर भी समुचित सरकार 14 वर्ष तक के कारावास मे लघुकृत कर सकती है।
धारा 63 जुर्माने की रकम:- जिस प्रकरण मे जुर्माने की राषि अभिव्यक्त नही की गई है वहाॅ अपराधी जिस रकम के जुर्माने का दायी है वह अमर्यादित है किन्तु अत्यधिक नही होगी।
धारा 64 जुर्माना न देने पर कारावास का दण्डादेष:- कारावास और जुर्माना दोनो से दण्डनीय अपराध के मामले मे जिसमे आरोपी कारावास सहित या रहित जुर्माने से दण्डादिष्ट हुआ है। तथा कारावास या जुर्माने अथवा केवल जुर्माने से दण्डनीय अपराध के हर मामले मे जिसमे आरोपी जुर्माने से दण्डादिष्ट हुआ है।
व्ह न्यायालय जो ऐसे अपराधी को दण्डादिष्ट करेगा, सक्षम होगा कि दण्डादेष द्वारा निदेष दे कि जुर्माना देने मे व्यतिक्रम होने की दषा मे अपराधी अमुक अवधि के लिये कारावास भोगेगा जो करावास उस अन्य कारावास के अतिरिक्त होगा। जिसके लिये हव दण्डादिष्ट हुआ है। या जिससे वह दण्डादेष के लघुकरण पर दण्डनीय है।
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